भारत के कड़े दबाव के बाद बांग्लादेश सरकार ने भगोड़े इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक के देश में प्रवेश पर फिलहाल रोक लगा दी है। यह निर्णय मंगलवार (4 नवंबर 2025) को ढाका में गृह मंत्रालय की एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान लिया गया। नाइक पर भारत में कई गंभीर आरोप हैं, जिनके चलते वह लंबे समय से फरार है।
जानकारी के अनुसार, बांग्लादेश के एक स्थानीय संगठन ने जाकिर नाइक को 28 और 29 नवंबर 2025 को ढाका में दो दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। नाइक की योजना अन्य शहरों में भी इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित करने की थी।
भारत के कड़े रुख का असर… बांग्लादेश ने जाकिर नाइक की एंट्री रोकी, यूनुस सरकार बोली- ‘अपराधियों को शरण नहीं’#bangladesh #zakirnaik #zakirnaik @Yunus_Centre @MEAIndia pic.twitter.com/8wn1t6vRSP
— One India News (@oneindianewscom) November 5, 2025
हालाँकि, इस प्रस्ताव का नागरिक संगठनों और सुरक्षा एजेंसियों ने कड़ा विरोध किया। अधिकारियों ने माना कि जाकिर नाइक के कार्यक्रम में भारी भीड़ उमड़ सकती है, जिसे नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती करनी पड़ेगी। ऐसी तैनाती वर्तमान परिस्थितियों में बेहद चुनौतीपूर्ण मानी गई।
सुरक्षा कारणों से लिया गया फैसला
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बांग्लादेशी अधिकारियों ने बताया कि यह निर्णय आगामी राष्ट्रीय चुनावों को ध्यान में रखकर लिया गया है। चुनावी तैयारियों के कारण सुरक्षा एजेंसियाँ पहले से ही अत्यधिक दबाव में हैं। ऐसे में जाकिर नाइक जैसे विवादित व्यक्ति के कार्यक्रम में उमड़ने वाली संभावित भीड़ से सुरक्षा व्यवस्था पर अतिरिक्त बोझ पड़ सकता था।
इन सभी पहलुओं को देखते हुए सरकार ने फिलहाल जाकिर नाइक के प्रवेश पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि चुनाव समाप्त होने के बाद ही उसके बांग्लादेश दौरे पर दोबारा विचार किया जाएगा।
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