छत्तीसगढ़ के बालोद में रविवार धर्मांतरण का मामला सामने आया। जानकारी के मुताबिक, गुंडरदेही-धमतरी रोड पर एक घर में ईसाईयों की प्रार्थना सभा चल रही थी, जहां हिन्दुओं का धर्मांतरण कराया जा रहा था। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और पूछताछ के बाद पास्टर समेत 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान घटनास्थल पर पहुँचे हिन्दू संगठनों और पुलिस के बीच तीखी बहस भी हुई।
40-50 हिन्दुओं के धर्मांतरण की कोशिश
गुंडरदेही-धमतरी मेन रोड पर पंचराम नामक व्यक्ति के घर में ईसाई प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। हिन्दू संगठनों का आरोप है कि इस प्रार्थना सभा की आड़ में 40-50 हिन्दुओं का धर्मांतरण कराया जा रहा था। मामला बढ़ने पर संगठन के लोग वहाँ पहुँच गए और जमकर हंगामा किया। पुलिस करीब 22 लोगों को थाने लेकर आई और जांच-पड़ताल के बाद पास्टर समेत 8 लोगों को हिरासत में लिया।

गरीब और बीमार लोगों को बनाया जा रहा टारगेट
विश्व हिन्दू परिषद (VHP) के जिलाध्यक्ष बलराम गुप्ता ने आरोप लगाया कि धर्मांतरण के लिए गरीब और बीमार हिन्दुओं को फुसलाया जा रहा है। उनके मुताबिक, चमत्कार दिखाकर और आर्थिक मदद का भरोसा देकर उन्हें ईसाई धर्म अपनाने के लिए बरगलाया जाता है। बलराम गुप्ता ने कहा कि रविवार को जिस घर में प्रार्थना सभा हो रही थी, वहाँ पास्टर के लिए विशेष आसन तैयार किया गया था ताकि लोगों को प्रभावित किया जा सके। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पुलिस धर्मांतरण पर सख्त कार्रवाई नहीं करती, तो संगठन आंदोलन करेगा।
पति पर धर्मांतरण का दबाव डालने का आरोप
इसी बीच, एक और मामला सिविल लाइन के भारतीय नगर से सामने आया। यहाँ एक महिला ने अपने पति पर जबरन ईसाइयत अपनाने का दबाव डालने का आरोप लगाया। महिला अपने बेटे के साथ थाने पहुँची और पति के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। महिला का कहना है कि उसका पति पूरे परिवार को ईसाई प्रार्थना सभाओं में ले जाने और घर पर भी ईसाई रीति-रिवाजों से प्रार्थना करने के लिए दबाव डालता है। पति चाहता है कि पूरा परिवार ईसाई धर्म अपनाए। पुलिस ने इस मामले में भी केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हमारी यूट्यूब चैनल को लाइक, शेयर और सब्सक्राइब करे
Like, Share and Subscribe our YouTube channel